रविवार, 16 जून 2019

जब भी कोई पैर छुए तो आपको क्या करना चाहिए...*_

जब भी कोई पैर छुए तो आपको क्या करना चाहिए...*_
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_पुराने समय से ही परंपरा चली आ रही है कि जब भी हम किसी विद्वान व्यक्ति या उम्र में बड़े व्यक्ति से मिलते हैं तो उनके पैर छूते हैं । इस परंपरा को मान-सम्मान की दृष्टि से देखा जाता है । ये बात तो सभी जानते हैं कि बड़ों के पैर छूना चाहिए , लेकिन जब कोई हमारे पैर छुए तो हमें क्या-क्या करना चाहिए?_

_इस परंपरा का पालन आज भी काफी लोग करते हैं । चरण स्पर्श करने से धार्मिक और वैज्ञानिक दोनों तरह के लाभ प्राप्त होते हैं । जब भी कोई व्यक्ति चाहे वह स्त्री हो या पुरुष , हमारे पैर छुए तो उन्हें आशीर्वाद तो देना ही चाहिए , साथ ही भगवान या अपने इष्टदेव को भी याद करना चाहिए । आमतौर पर हम यही प्रयास करते है कि हमारा पैर किसी को न लगे , क्योंकि ये अशुभ कर्म माना गया है । जब कोई हमारे पैर छूता है तो हमें इससे भी दोष लगता है । इस दोष से बचने के लिए मन ही मन भगवान से क्षमा मांगनी चाहिए ।_

_*शास्त्रों में लिखा है कि-*_

*अभिवादनशीलस्य नित्यं वृद्धोपसेविन: ।*
*चत्वारि तस्य वर्धन्ते आयुर्विद्या यशो बलम् ।।*

_इस श्लोक का अर्थ यह है कि जो व्यक्ति रोज बड़े-बुजुर्गों के सम्मान में प्रणाम और चरण स्पर्श करता है । उसकी उम्र, विद्या, यश और शक्ति बढ़ती जाती है ।_

_जब भी कोई हमारे पैर छूता है तो उस समय भगवान का नाम लेने से पैर छूने वाले व्यक्ति को भी सकारात्मक फल मिलते हैं । आशीर्वाद देने से पैर छूने वाले व्यक्ति की समस्याएं खत्म होती हैं , उम्र बढ़ती है और नकारात्मक शक्तियों से उसकी रक्षा होती है । हमारे द्वारा किए गए शुभ कर्मों का अच्छा असर पैर छुने वाले व्यक्ति पर भी होता है । जब हम भगवान को याद करते हुए किसी को सच्चे मन से आशीर्वाद देते हैं तो उसे लाभ अवश्य मिलता है । किसी के लिए अच्छा सोचने पर हमारा पुण्य भी बढ़ता है ।_

*किसी बड़े के पैर क्यों छूना चाहिए?*
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_पैर छूना या प्रणाम करना , केवल एक परंपरा नहीं है , यह एक वैज्ञानिक क्रिया है जो हमारे शारीरिक , मानसिक और वैचारिक विकास से जुड़ी है । पैर छूने से केवल बड़ों का आशीर्वाद ही नहीं मिलता, बल्कि बड़ों के स्वभाव की अच्छी बातें भी हमारे अंदर उतर जाती है । पैर छूने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इससे शारीरिक कसरत होती है । आमतौर पर तीन तरीकों से पैर छुए जाते हैं ।_

*पहला तरीका👉 झुककर पैर छूना ।*
*दूसरा तरीका- घुटने के बल बैठकर पैर छूना ।*
*तीसरा तरीका- साष्टांग प्रणाम करना ।*

_झुककर पैर छूना👉 झुककर पैर छूने से हमारी कमर और रीढ़ की हड्डी को आराम मिलता है ।_
_घुटने के बल बैठकर पैर छूना- इस विधि से पैर छूने पर हमारे शरीर के जोड़ों पर बल पड़ता है , जिससे जोड़ों के दर्द में राहत मिलती है ।_

_साष्टांग प्रणाम👉 इस विधि में शरीर के सारे जोड़ थोड़ी देर के लिए सीधे तन जाते हैं , जिससे शरीर का स्ट्रेस दूर होता है । इसके अलावा , झुकने से सिर का रक्त प्रवाह व्यवस्थित होता है जो हमारी आंखों के साथ ही पूरे शरीर के लिए लाभदायक है ।_

_पैर छूने के तीसरे तरीके का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इससे हमारा अहंकार खत्म होता है । किसी के पैर छूने का मतलब है उसके प्रति समर्पण भाव जगाना । जब मन में समर्पण का भाव आता है तो अहंकार खत्म हो जाता है ।_

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