शास्त्रों में नवार्ण मन्त्र आठ प्रकार के कहे गये हैं!
नवार्ण मन्त्र --
१--ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे!
२--नवार्ण मारन मन्त्र---
ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै [ अमुकं ] रं रं खे खे मारय रं रं शीघ्रं भस्मी कुरु कुरु स्वाहा!
३--नवार्ण मोहन मन्त्र----
ॐ क्लीं क्लीं ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे [ अमुकं ] क्लीं क्लीं मोहनम् कुरु कुरु क्लीं क्लीं स्वाहा!
४--नवार्ण उच्चाटन मन्त्र ---
ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे [ अमुकं ] फट उच्चाटनं कुरु कुरु स्वाहा!!
५---नवार्ण वशीकरण मन्त्र---
वषट ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे [ अमुकं ] वषट मे वश्यं कुरु कुरु स्वाहा!!
६--नवार्ण स्तम्भन मन्त्र----
ॐ ठं ठं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे [ अमुकं ] ह्रीं वाचं मुखं पदं स्तंभय ह्रीं जिह्वां कीलय ह्रीं बुद्धि विनाशाय विनाशाय ह्रीं ॐ ठं ठं स्वाहा!!
७-- नवार्ण विद्वेषण मन्त्र----
ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुंबदायै विच्चे [ अमुकं ] विद्वेषणं कुरु कुरु स्वाहा!!
८-- नवार्ण महामंत्र-------
ॐ ऐं ह्रीं क्लीं महादुर्गे नवाक्षरी नवदुर्गे ------------------ फट ह्रूं फट ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे!!
बुधवार, 27 सितंबर 2017
नवार्ण मंत्र
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें