|| राम ||
साहित्य के _नौ रस_ नौ प्रकार के _ बिष
तथा
नौ निधियाँ
डा.अजय दीक्षित
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१_नौ रस :-- श्रंगार रस_हास्य रस _करूण रस _ रौद्र रस _ भयानक रस _ वीर रस _ वीभत्स रस _ अदभुत रस_ शांत रस
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२_नौ बिष :-- वत्सनाभ _ हारिद्रक _ सक्तुक _ प्रदीपन _ सौराष्ट्रिक _ श्रंगार _ कालकूट _ हलाहल _ ब्रह्म पुत्र
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३_नौ निधियाँ:-- महापद्म _ पद्म _ संख _ मकर _ कच्छप _ मुकुन्द _ कुन्द _ नील_ खर्व
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जय सियाराम
जय हनुमान
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